जयपुर में घूमने की जगह पिंक सिटी ( गुलाबी नगरी ) | Best place to visit in jaipur
जयपुर एक ऐसा शहर है जो भारत की तमाम
ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए हुए हैं | अगर आपको अपने देश के गौरवमई इतिहास को याद करना
चाहते हैं और महसूस करना चाहते हैं तो आप एक बार जयपुर जरूर घूमने |
जयपुर को पिंक सिटी ( गुलाबी नगरी
) भी कहा जाता है |
जयपुर में घूमने के लिए बहुत से महल
के लिए और दर्शनीय स्थल है, आप यहां पर अपने परिवार के साथ आसानी से छुट्टियां बिता
सकते हैं।
जयपुर के आस-पास ऐसी बहुत सी जगहें
हैं, जहां प्रकृति तो मेहरबान है ही, साथ ही इंसानों ने भी ख़ूबसूरत क़िले, महल, मंदिर
और दुर्ग बनाकर इन जगहों को घूमने के लिहाज़ से और भी खूबसूरत बना दिया...
जयपुर का मुख्य खाना -
बात जयपुरी खाने की हो और जयपुरी गट्टा
और घेवर न हो तो बेकार है।
अगर आप जयपुर घूम कर थक गए है तो गट्टे
की सब्जी पूरी के साथ ट्राई करना बिल्कुल ना भूले।
इसके अलावा दाल बाटी - चूरमा, प्याज
की कचौड़ी, कबाब, मुर्ग को खाटो और अचारी मुर्ग यहां के प्रसिद्ध व्यंजन है।
खानें के शौकीन इन सब खानों का लुत्फ़
नेहरू बाजार और जौहरी बाजार में जाकर उठा सकतें हैं।
अगर आप मिठाईयोँ के शौक़ीन हैं यहाँ
के घेवर का एक पीस जरूर चखें, जयपुर के घेवर के अलावा के यंहा की मिश्री मावा और मावा
कचौड़ी देश भर में काफी लोकप्रिय हैं।
जयपुर कैसे पहुंचे -
जयपुर भारत का एक काफी प्रसिद्ध शहर
है और आप जयपुर आसानी से पहुंच सकते हैं |
आप चाहे तो हवाई मार्ग, रेल मार्ग
और सड़क मार्ग से यहां पहुंच सकते हैं |
सांगानेर जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जयपुर से लगभग 13-14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है |
यदि रेल मार्ग से यहां पर आना चाहते
हैं तो जहां का रेल मार्ग सभी शहरों से जुड़ा हुआ है |
सड़क मार्ग से यहां पर पहुंचना आसान
है क्योंकि यहां पर राष्ट्रीय राज मार्ग NH जयपुर के लिए सीधी बस सेवा उपलब्ध है |
जयपुर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय -
यदि आप पिंक सिटी जयपुर की यात्रा
करना चाहते हैं, तो आप को बता दें कि इस शहर की यात्रा करना का सबसे अच्छा समय सर्दियों
का मौसम है जो नवंबर में शुरू होता है और मार्च तक रहता है।
जयपुर शहर गर्मियों के मौसम में बहुत
ही ज्यादा गर्म होता है जिसकी वजह यह समय इस पर्यटन और दर्शनीय शहर की यात्रा करने
के लिए अच्छा नहीं है।
दूसरी तरफ जयपुर में मानसून काफी काफी
गर्म और आर्द्र होते हैं, जो कि यहां घूमने के लिए आदर्श समय नहीं है।
जनवरी पतंग महोत्सव के कारण जयपुर
की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा है और जयपुर साहित्य महोत्सव भी इसी महीने के आसपास
होता है।
मार्च के महीने में इस शहर में हाथी
उत्सव मनाया जाता है।
जयपुर में घूमने के बेस्ट जगह | Best place to visit in Jaipur
- आमेर फोर्ट
- नाहरगढ़ फोर्ट
- जयगढ़ फोर्ट
- जंतर मंतर
- हवा महल
- जल महल
- बिरला मंदिर
- सिटी प्लेस
- एलीफेंट जाए
- पन्ना मीना का कुंड
जयपुर में घूमने के बेस्ट जगह | Best place to visit in Jaipur
1. आमेर फोर्ट | Aamer fort -
आमेर फोर्ट जयपुर से 11 किलोमीटर की
दूरी पर स्थित है |
इसे अंबर किला के नाम से भी जाना जाता
है, यह किला एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है | आमेर फोर्ट यहाँ का main अट्रैक्शन है।
आमेर फोर्ट को राजा मानसिंह नहीं बनवाया
आमेर फोर्ट को राजा मानसिंह ने बनवाया |
किले को बनवाने में लाल रंग के पत्थरों
का उपयोग किया गया है |
इसी किले में शीश महल भी बना हुआ है,
यह एक बहुत ही भव्य महल है |
इस किले में घूमने के लिए आपके पास
हाथी एक अच्छा विकल्प है यहां आपको शाही तरीके से हाथी पर बैठाकर समस्त किले के दर्शन
करवाए जाएंगे |
आमेर फोर्ट में चार प्रमुख वर्गों
में बटा हुआ है गणेश पोल, दीवान ए खास, दीवान ए आम, शीला देवी मंदिर ।
2. नाहरगढ़ फोर्ट | Nahargarh fort -
अगर शीश महल देख कर आपका मन नहीं भरा तो चलिए थोड़ा आगे बढ़ते हैं |
अब हम आपको बताएंगे नाहरगढ़ किले के बारे में, इस किले पर खड़े होकर आप पूरे जयपुर शहर की खूबसूरती को निहार सकते हैं और किस किले की प्राचीन दीवार पर खड़े होकर आप पूरे जयपुर शहर को देख सकते हैं |
यह किला बहुत पुराना है लेकिन
फिल्म रंग दे बसंती की शूटिंग के बाद यह और भी नया हो गया इस फिल्म के बाद यह जगह सैलानियों
और यंगस्टर के लिए हैंग आउट करने का बेस्ट प्लेस बना।
3. जयगढ़ फोर्ट | Jaigarh fort -
जयगढ़ का किला गुलाबी शहर जयपुर का
एक प्रमुख पर्यटन स्थल है | आपको बता दें कि इस किले से आमेर के किले तक एक भूमिगत
मार्ग है या फिर आप इसे सुरंग भी कह सकते हैं और फिलहाल इस समय सुरक्षा की दृष्टि से
इस मार्ग को बंद कर दिया गया है |
जयगढ़ किले को विजय का किला भी कहा
जाता है |
इस किले की सबसे खास बात यह है कि
इस किले में दुनिया की सबसे बड़ी तोप है और यह जयपुर का आकर्षण दृश्य प्रस्तुत करता
है।
4. जंतर मंतर | Jantar-mantar –
हमारे देश के राजा महाराजा भी काफी
पढ़े लिखे हुआ करते थे |
जंतर मंतर एक वेधशाला है, इसका निर्माण
सवाई जयसिंह ने करवाया था और महाराजा एक उत्तम खगोल शास्त्री व महान गणितज्ञ भी थे
|
अगर आप जयपुर घूमने जा रहे हैं तो
आप यहां का जंतर मंतर जरूर देखें, महाराजा को खगोल विज्ञान में खास खास दिलचस्पी थी
|
इस वैद्य साला में एक धूप घड़ी भी
है और यहां एक ऐसा यंत्र भी रखा हुआ है जिससे आप तारों की दूरी को माफ सकते हैं |
उस समय महाराजाओं ने ऐसे उपकरणों का
निर्माण किया था, जिससे आप तारों की स्थिति और उनके आसपास होने वाले सभी गतिविधियों
पर नजर रख सकें।
5. हवा महल | Hawamahal -
हवा महल जयपुर में सैलानियों का मुख्य
आकर्षण केंद्रों में से एक है |
यह महल शहरों के बीचो बीच स्थित है,
भव्य भवन का निर्माण महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने अपनी रानियों के लिए करवाया था |
इस महल के बाहर की और बेहद खूबसूरत
और आकर्षक छोटी-छोटी जालीदार खिड़कियां हैं जिन्हें झरोखा कहते हैं और इन झरोखों को
इसलिए बनवाया गया था, ताकि उनकी रानियां किसी की निगाह में ना पड़े और वहीं खिड़कियों
से रोजमर्रा की होने वाली गतिविधियों पर नजर रख सकें और उनका अवलोकन कर सकें।
6. जल महल | Jal-mahal -
जल महल ,जयपुर शहर की भीड़-भाड़ से
दूर एक शानदार और शांत जगह पर स्थित है यह महल पानी के बीचो बीच स्थित है |
जल महल जयपुर शहर का एक प्रमुख आकर्षण
केंद्र है, यह पुराने समय में महाराजाओं के लिए शूटिंग लॉस था |
यह जल महल दुनियाभर को अपनी खूबसूरती
की वजह से आकर्षित करता है और आपको बता दें कि इस किले के अंदर भले ही प्रवेश निषेध
है लेकिन इसकी को एक झलक ही काफी है, अगर आप जयपुर घूमने के लिए जा रहे हो तो आप जल
महल जरूर देखें।
7. सिटी प्लेस | City place-
सिटी पैलेस, जयपुर का एक प्रमुख लैंडमार्क
है। राजस्थानी व मुगल शैलियों की मिश्रित रचना एक पूर्व शाही निवास जो पुराने शहर के
बीचों बीच खड़ा है। भूरे संगमरमर के स्तंभों पर टिके नक्काशीदार मेहराब, सोने व रंगीन
पत्थरों की फूलों वाली आकृतियों ले अलंकृत है।
संगमरमर के दो नक्काशीदार हाथी प्रवेश
द्वार पर प्रहरी की तरह खड़े है।
जिन परिवारों ने पीढ़ी दर पीढ़ी राजाओं
की सेवा की है वे लोग यहाँ गाइड के रूप में कार्य करते है।
सिटी पैलेस में एक संग्राहलय है जिसमें
राजस्थानी पोशाकों व मुगलों तथा राजपूतों के हथियार का बढ़िया संग्रह हैं।
इसमें विभिन्न रंगों व आकारों वाली
तराशी हुई मूंठ वाकी तलवारें भी हैं, जिनमें से कई मीनाकारी के जड़ऊ काम व जवाहरातों
से सजी हुई है |
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